“फॉम सनसेट टू सनराइज” मानव जीवन के उतार चढ़ाव की यात्रा है। आकाश इस कथानक का प्रतिनिधि पात्र है जिसके द्वारा विभिन्न परिपेक्ष्यों में आज के युवा पीढ़ी के मनोभावों को जीने का प्रयास इस उपन्यास में किया गया है, मध्यमवर्गीय परिवार के संघर्ष और हिम्मत का प्रतीक आकाश गांव की परिस्थिति व समझ लिए से अपने और अपने परिवार के सपने पूरे करने बड़े शहर पहुंचता है लेकिन उसके मार्ग में कुछ ऐसे पड़ाव आते हैं जो उसके जीवन की दिशा बदल देते हैं। स्नेह, मित्रता, प्रेम, छल, उल्लास और उपहास के मध्य आकाश को अपनी राह स्वयं बनाने की चुनौती मिलती है। विषम और अंतर्विरोधी परिस्थियां आकाश को साधारण से असाधारण की ओर लेकर जाती हैं।
इस उपन्यास में आकाश की इस यात्रा के दौरान मानवीय जीवन के लगाव, भावनाओं व घटनाओं का सजीव चित्रण है जिनमे पाठक खुद को कहीं न कहीं जरुर खोजेंगे।
आशा करता हॅू मेरा पहला प्रयास आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा और नवपीढ़ी कुछ न कुछ इस सीप से मोती अवश्य तलाश लेंगे। लेखन शैली में कहीं सुधार की आवश्यकता हो, या कुछ त्रुटि हो तो मुझ तक अपनी शिकायत अथवा सुझाव अवश्य पहुचाऍ ताकि भविष्य में आपके सुझावों पर अमल हो सके ।
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